अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने रचा इतिहास, तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 लॉन्च
PUNJAB UJALA NEWS
अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने रचा इतिहास, तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 लॉन्च
नई दिल्लीः भारत का तीसरा मून मिशन ‘चंद्रयान-3’ लॉन्च हो चुका है। इसे दोपहर 2:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से रवाना किया गया। यदि इस बार इस मिशन में सफलता मिलती है तो भारत ऐसी उपलब्धि हासिल कर चुके अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ जैसे देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा। 615 करोड़ की लागत से तैयार ये मून मिशन करीब 42 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। ‘चंद्रयान-3’ को भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया है। इसे पहले GSLV MK-III के नाम से जाना जाता था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का तीसरा मून मिशन चंद्रयान- 3 श्रीहरिकोटा से लॉन्च हो चुका है। आज यानी 14 जुलाई शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान 3 को लॉन्च किया गया। चंद्रयान 3 मिशन की सफलता के बाद भारत, अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद चंद्रमा पर साफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। वहीं चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग से पहले इसकी सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दीं। चंद्रयान-3 अपने सफर पर रवाना हुआ। चंद्रयान-3 के लॉन्च के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने तीसरा चंद्रयान मिशन शुरू हो गया।
चंद्रयान-3 को ले जा रहे 642 टन वजनी, 43.5 मीटर ऊंचे रॉकेट LVM3-M4 ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। चंद्रयान-3 को कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया के बाद लूनर ट्रांसफर ट्रेजेक्टरी में डाला जाएगा। अगले 42 दिनों में 30,00,00 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह चंद्रमा तक पहुंच जाएगा। लॉन्च से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘भारतीय अंतरिक्ष के क्षेत्र में 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा तथा यह राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा।’ श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 के लॉन्च का हर अपडेट देखिए।
