इंसान का मन भावनाओं से हटकर भागवत में लग जाए तभी मानव का कल्याण होगा : आचार्य गौरव कृष्ण महाराज।
पंजाब उजाला न्यूज
इंसान का मन भावनाओं से हटकर भागवत में लग जाए तभी मानव का कल्याण होगा : आचार्य गौरव कृष्ण महाराज।
जालंधर, 14सितंबर (राहुल कश्यप)श्री बांके बिहारी भागवत प्रचार समिति (रजि.) की ओर से साई दास स्कूल की ग्राऊंड में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक विश्व विख्यात भागवत कथा व्यास श्रद्धेय आचार्य गौरव कृष्ण महाराज भक्तो पर तीसरे दिन की कथा की शुरुआत कपिल देवहूति संवाद एंव ध्रुव चरित्र के साथ हुई। जिसके बाद उन्होने भजन ..कृष्णा कृष्णा मुकुंदाय जर्नादनाय को गाया तो प्रभू भक्तो के ह्दय में बांके बिहारी की तार जुड़ी। कथा में उपस्थित सैंकड़ो की संख्या में पंडाल में कथा सुनने पहुचे प्रभू भक्तो पर कथा की अमृत वर्षा करते हुए कथा वाचक विश्व विख्यात भागवत कथा व्यास आचार्य गौरव कृष्ण महाराज ने कथा के बीच बीच दर्शन देदे गिरधारी भज ले कृष्ण नाम सुखधारी..बलिहारी तेरी बलिहारी तेरी…तुने हरि भजन क्यो छोड़ दिया तुने नाम जपन क्यो छोड़ दिया.रस बरसाने वारी बरसाने वारी अब सुन लो हमारी बरसाने वारी…हमारो मन राधा श्री राधा श्री राधा श्री राधा…भक्तो की सुन लो पुकार श्याम प्यारे…राधे गोविंद गोपाल राधे राधे…इत्यादि सुंदर मनमोहक भजनो से उपस्थित सैंकड़ो की संख्या में पहुंचे भक्तो को झूमने पर विवश किया।
आचार्य गौरव कृष्ण महाराज ने कहा कि बांके बिहारी उसी हृदय में वास करते हैं, जिसका मन गंगा की तरह साफ हो, मनुष्य जीवन का महत्व समझते हुए भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए। उन्हो कहा कि कथा सुनने से धन नहीं आनन्द मिलता है, धन से आत्मिक सुख नहीं मिलता, वह सुख कथा सुनने से ही मिलता है। उन्होंने बताया कि, धन तो कोई भी कमा लेता है मगर धन से सुख, नींद, चैन, संतोष आदि नहीं खरीदा जा सकता है। उन्होने आगे कहा कि प्रभु के भक्ति मार्ग में बहुत कसौटी हैं, इसे भाव से ही जीत सकते हैं।
उन्होने कहा कि प्रभु भाव के भूखे हैं उनकी तृप्ति थाली में परोसे गए व्यंजनों से नहीं अपितु भक्त के समर्पण से होती है। आचार्य गौरव कृष्ण महाराज ने कहा कि इंसान का मन भावनाओं से हटकर भागवत में लग जाए तभी मानव का कल्याण होगा। आज कलियुग हर व्यक्ति पर हावी है। इंसान रिश्ते-नाते भूलता जा रहा है। कथा प्रारंभ से पहले श्री बांके बिहारी भागवत प्रचार समिति (रजि.) की और से व्यास पीठ की आरती की गई।कथा के तीसरे दिन सांसद सुशील रिंकू की धर्मपत्नी सुनीता रिंकू, सचदेवा साड़ी से हरीश सचदेवा, यूनिक से उद्योगपति विनोद घई, हैप्पी स्टीलमैन मुख्यतिथि के रुप में आशीर्वाद लेने पहुंचे। इस अवसर पर अध्यक्ष ब्रिजेश जुनेजा, प्रधान सुनील नैय्यर, उप प्रधान एडवोकेट उमेश ओहरी, महासचिव संदीप मलिक, कोषाध्यक्ष चंदन वडेरा, उप कोषाध्यक्ष ब्रिज मोहन चड्डा, विशेष सलाहकार महेश मखीजा, सह सचिव नरेन्द्र वर्मा, बलविंदर शर्मा, रिंकू मल्होत्र, संजय सहगल, भूपिंदर सिंह बिल्ला, अश्वनी कुमार आशु, अंकुश जुनेजा, विकास ग्रोवर, राहुल बाहरी, राज बंश मल्होत्र, राजेश बीगामल, तरुण सरीन, अरुण मल्होत्र, दविंदर अरोड़ा, राज कुमार शर्मा, जतिंदर कुमार सोनू, हेमंत थापर, विनोद खेड़ा, सुमित गोयल, सोनू चोपड़ा, दविंदर वर्मा, राजू मखीजा, शिवम मखीजा, प्रवीण हांडा, दीवान अमित अरोड़ा, किशन लाल खंड वाले, रमेश लाल अरोड़ा, सीमा गल्होत्र सहित बड़ी संख्या में प्रभू भक्त शामिल थे।