गुलाबी नोटां दा कमाल जालंधर विच नाजायज कोलोनिया की बाड़ । भ्रष्ट अधिकारी जिस दे नाल ओ क्यों ना होण मालामाल जालंधर के इस गांव में काटी गई अवैध कॉलोनियों
पंजाब उजाला न्यूज
गुलाबी नोटां दा कमाल जालंधर विच नाजायज कोलोनिया की बाड़ । भ्रष्ट अधिकारी जिस दे नाल ओ क्यों ना होण मालामाल जालंधर के इस गांव में काटी गई अवैध कॉलोनियों
जालंधर में अवैध कॉलोनियों का जाल बिछाने वाले कॉलोनाइजर बिट्टू धड़ल्ले से काट रहा अवैध कॉलोनियां, आप सरकार को लगाया लाखों का चुना, अधिकारियों की नालायकी या फिर रिश्वतख़ोरी का खेल, अवैध कॉलोनियों पर इतना रहम क्यों ?
जालंधर (राहुल कश्यप): पंजाब में भले ही पिछले साल आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई मगर करप्शन आज भी वैसी की वैसी ही है। इसका सबूत है अवैध कॉलोनियों का जाल बिछाने कॉलोनाइजर बिट्ट द्वारा धड़ल्ले से काटी जा रही अवैध कॉलोनियां ।
एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब से करप्शन को मिटाने के दावे कर रहे है वही दूसरी ओर बिट्ट कॉलोनाइजर द्वारा काटी गई अवैध कॉलोनियां भगवंत मान के करप्शन मिटा देने के दावों की पोल खोल रही है।
बड़ा सवाल यह है कि क्या नगर निगम /पुडा के अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर कॉलोनिया काटी जा रही है या इन अधिकारियों की जेबें भर कर, आखिर बिट्टू के इतने हौसले कैसे बुलंद हो गए कि बुलंद पुर में अवैध कॉलोनी काट डाली ।
हैरान करने वाली बात यह है कि सरेआम रूल एंड रेगुलेशन की धज्जियां उड़ा कर कॉलोनी काट दी गई और अधिकारी हाथ पर हाथ धर कर बेठे हुए है।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि भगवंत मान की सरकार में निगम /पुडा की तरफ से बिट्टू कॉलोनाइजर की अवैध कॉलोनियों को तहसनहस करने के लिए पीला पंजा पहुंचता है, कॉलोनाइजर पर कार्रवाई होती है या नही ।
वही CM भगवंत मान से(पंजाब बाणी 24 न्यूज) का सवाल है कि आखिर निगम व जेडीए अधिकारी किस बात की इतनी मोटी तनख्वाह ले रहे है । करप्शन मिटाने की सिर्फ बातें ही थी क्या ? सरकार को धड़ल्ले से काटी जा रही अवैध कॉलोनियां आखिर दिखाई क्यों नही देती ।
आखिर निगम व जेडीए के कौन कौन से अधिकारियों की छत्र छाया और संरक्षण की बदौलत अवैध कॉलोनियां बन रही है।
आखिर कॉलोनाइजर की अवैध कॉलोनी पर अब तक इतना रहम क्यों किया जा रहा है। आखिर इस के पीछे अधिकारियों की नालायकी है या फिर कोई रिश्वतख़ोरी का खेल खेला गया है। यह हम जल्द ही पार्ट-2 में उजागर करेंगे और बताएंगे इस के पीछे पूरा संरक्षण देने वाला असली चेहरा किस किस अधिकारी और नेता का है।
वही दूसरी और विजिलेंस अधिकारियों को जेडीए व निगम के अधिकारी नजर क्यों नही आते ।
उन्हें भी जांच करनी चाहिए कि इस अवैध कॉलोनी को काटने के लिए किन अधिकारियों की जेबों में गुलाबी नोट डाले गए है। जो कि उन्हें अवैध कॉलोनी नजर आनी बन्द हो गयी है।